The 5-Second Trick For ईयरफोन के इस्तेमाल से हो सकती हैं बीमारियां



सातवें ओवर में हालांकि महेंद्र सिंह धोनी ने कुशल स्टम्पिंग का नमूना पेश करते हुए गिल को पवेलियन भेजा जबकि गेंदबाज रविंद्र जडेजा थे

हेडफोन और ईयरफोन का लगातार इस्तेमाल करने से कान सुन्न पड़ जाते हैं या फिर उनसे सुनाई देना काफी कम हो जाता है। खासकर अगर आप हेडफोन और ईयरफोन का इस्तेमाल करते समय गाने की आवाज काफी तेज रखते हैं तो इससे कानों की सुनने की क्षमता स्थाई रूप से कम होने लगती है। इसलिए अगर आप हेडफोन और ईयरफोन का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो आज से ही इनसे थोड़ी दूरी बनाना शुरू कर दें।

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ईयरफोन से लंबे समय तक गाना सुनने से दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसका मतलब है कि आपको इन गंभीर समस्याओं से बचने के लिए इयरफोन का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए।

इसके लगातार इस्तमाल से दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. ईयरफोन से निकलने वाली विद्युत चुंबकीय तरंगे दिमाग के सेल्स को काफी क्षति पहुंचाती हैं. ईयरफोन्स के अत्यधिक प्रयोग से कान में दर्द, सिर दर्द या नींद न आने जैसी सामान्य समस्याएं हो सकती हैं.

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घंटों तक अपने कानों में ईयरफोन लगा कर गाने सुनने से आपके कान भी सुन्न हो सकते हैं। हेडफोन लगाकर गाने सुनना सभी को पसंद होता हैं पर लंबे समय तक गाने सुनना आपके कानों की सुनने की क्षमता को स्थाई रूप से ख़त्म कर सकता हैं। यदि आप भी इस प्रकार की आदत से परेशान है तो अभी इस आदत को कम कर दें नहीं तो इसके परिणामस्वरूप आप स्थायी रूप से सुनने की शक्ति को खो सकते हैं।

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धूम्रपान नहीं करने वाले लोग भी खुद को सुरक्षित न समझें क्योंकि यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति पास रहते हैं, तो वह भी आपके लिए उतना ही हानिकारक जितना आपके द्वारा खुद धूम्रपान करना है। धूम्रपान कर रहे व्यक्ति के मुंह से निकलने वाले धुएं के संपर्क में आना भी आपको बीमार बना सकता है। सिगरेट, हुक्का या more info बीड़ी आदि पीने वाले लोगों से दूर रहना जरूरी है।

एंग्जाइटी डिसऑर्डर आज एक आम समस्या बन गई है और इस समस्या का सबसे बेहतर विकल्प रोकथाम है न कि इलाज. एंग्जाइटी डिसऑडर के विषय में सबसे गंभीर बात यह है कि एंग्जाइटी डिसऑर्डर का पता नहीं चल पाता है कि किस स्टेज पर है और कितने समय में गंभीर हो सकता है, इसलिए इसके लक्षणों को लेकर जागरुक रहें और अगर कुछ महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

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